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राजा का वरण : मेघ और गड़रिये, गाड़ी' लोगो की दुश्मनी का अंत-

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राजा का वरण : मेघ और गडरिये ‘गाड़ी’ लोगों की दुश्मनी का अंत-                 जम्मू प्रदेश में, जहाँ वर्तमान में भो (bhow) का किला अवस्थित है, यहाँ किसी ज़माने में घना निर्जन जंगल हुआ करता था। पुराने समय में गिनती के कुछ मेघ और टक्कर (टका) परिवार यहाँ आ बसे थे ( ये यहाँ कब आकर रहने लगे, इसकी कोई निश्चित तिथि नहीं मिलती है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि ये ही यहाँ के प्राचीन मूल आदि-निवासी है)। उन्होंने इस प्रदेश को आबाद किया, परन्तु उनकी आबादी कोई ज्यादा नहीं थी। यहाँ का पूरा पर्वतीय इलाका बीहड़ वन-प्रदेश था। मेघों ने सबसे पहले वहां बसकर उन पर्वतीय वन-प्रदेश में उपजाऊ भूमि पर खेती-बाड़ी करना शुरू किया और अपना जीवन-यापन करने लगे। दूर-दूर तक कोई मानव-बस्ती नहीं थी। उन प्रदेशों में अपने पशुओं के चारे-पानी की खोज में अपने परिवार के साथ इधर-उधर घुमने वाले और घुमक्कड़ी -जीवन बिताने वाले गडरिये मेघों के खेतों में आ जाते थे और समय-समय पर उनका बहुत नुकसान करते थे। ये गडरिये इन मेघों की बस्ती से पूर्वी उत्तरी भागों में दूर डेरा डाल कर रहते थे, जो चंबा और किश्तवाड़ क...

मेघों के अग्रणीय : सम्राट पुरु (पोरस) Our Great Ancestors :The Legend of History

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मेघों के अग्रणीय : सम्राट पुरु (पोरस)  Our Great Ancestors :The Legend of History .............................................................   1  ..................................................................... सियालकोट के प्राचीन मेघ                 (महाराजा पुरु और मेघों के सम्बन्ध का संकेत और स्पष्टीकरण पहले किया जा चुका है, उसे यहाँ दोहराना आवश्यक नहीं है। यहाँ इतना संकेत करना ही काफी है कि प्राच्य-विद्या के अनुसन्धान इतिहासवेत्ताओं ने वर्तमान मेघ जाति का निकास मद्र / मेद जाति से होना लक्षित किया है और महाराजा पुरु संज्ञात “मद्र नरेश” थे। अस्तु; वे साकल (सागल) की मेघ जाति के अग्र-पुरुष माने जाते है। महाराजा पुरु मद्र-देश के राजा थे, साकल नगर जिसकी राजधानी थी, जिसे आजकल सियालकोट से समीकृत किया जाता है। तक्षशिला उसका पड़ोसी देश था, जो मद्र की अधीनता में ही था। साकल के मद्र और तक्षशिला के टका एक ही कौम के लोग थे। प्रसिद्द इतिहास-अध्येता कर्नल अलेग्जेंडर कन्निंघम महोदय और अन्य ने वर्तमान मेग जाति को इन्हीं का वंशध...